भारत सरकार का शिक्षा मंत्रालय अब स्कूल के प्रत्येक बच्चे के प्रदर्शन पर रखेगा सीधी नजर, देशभर के सभी जिलों में खुलेगा एक विद्या समीक्षा केंद्र।
भारत सरकार का शिक्षा मंत्रालय अब स्कूल के प्रत्येक बच्चे के प्रदर्शन पर रखेगा सीधी नजर, देशभर के सभी जिलों में खुलेगा एक विद्या समीक्षा केंद्र।
• खराब प्रदर्शन पर शिक्षकों की तय होगी जवाबदेही।
• स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर बनाने की दिशा में भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की एक और बड़ी पहल।
• देश के हर जिले में खुलेगा विद्या समीक्षा केंद्र, जो बच्चों के प्रदर्शन का रीयल टाइम ब्योरा उपलब्ध कराएगा।
भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय की ओर से स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की दिशा में एक और बड़ी पहल की गई है। इसमें स्कूलों के साथ-साथ उनमें पढ़ने वाले प्रत्येक बच्चे के प्रदर्शन पर अब सीधे नजर रखी जाएगी। इसके साथ ही देश भर के सभी जिलों में एक विद्या समीक्षा केंद्र खोला जाएगा, जो स्कूलों और उनमें पढ़ने वाले प्रत्येक बच्चे के प्रदर्शन का वास्तविक समय विवरण प्रदान करेगा। इतना ही नहीं, यह यह भी बताएगा कि किस स्कूल या किस बच्चे के प्रदर्शन में क्या कमी है। इसके आधार पर इसमें जरूरी सुधार भी किये जा सकते हैं.
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के लागू होने के बाद स्कूली शिक्षा में सुधार के लिए उठाए गए कदमों में इसे एक बड़ा कदम माना जा रहा है. वैसे तो देश के सभी राज्यों को इसे शुरू करने के लिए कहा गया है, लेकिन गुजरात के बाद करीब 15 राज्यों और ओडिशा जैसे केंद्र शासित प्रदेशों ने ही इसमें रुचि दिखाई है और आगे बढ़कर इस दिशा में काम शुरू कर दिया है.
खराब प्रदर्शन पर शिक्षकों की तय की जाएगी जवाबदेही
विद्या समीक्षा केंद्र स्कूलों से संबंधित रियल टाइम डेटा उपलब्ध केवल नही उपलब्ध कराएगा, बल्कि स्कूल में, किस कक्षा में, किस विषय में बच्चों का प्रदर्शन तय मानकों के अनुरूप नहीं है, यह भी पता लगाएगा। भावी रणनीति के तहत अगर किसी कक्षा में 50 फीसदी से ज्यादा बच्चों का प्रदर्शन खराब पाया जाएगा तो उस विषय को पढ़ाने वाले शिक्षक की जवाबदेही तय की जाएगी।
केंद्र न सिर्फ ऐसे शिक्षकों को नये सिरे से प्रशिक्षण देने की अनुशंसा करेगा, बल्कि उनका प्रदर्शन खराब पाये जाने पर कार्रवाई की अनुशंसा भी कर सकेगा. यदि किसी विषय में बच्चे का प्रदर्शन लगातार उत्कृष्ट रहता है तो उसे आगे बढ़ाने या क्लस्टर सेंटर में विशेष कक्षाओं के लिए प्रेरित किया जाएगा।