CBT : अब परिषदीय शिक्षकों के तबादले के लिए कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) की तैयारी

CBT : अब परिषदीय शिक्षकों के तबादले के लिए कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) की तैयारी

◾ मनचाहे तबदले के लिए पास करनी होगी परीक्षा 

◾ प्रति वर्ष हो सकेगा शिक्षकों का स्थानांतरण

◾ शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए उठाये जा रहे कदम

लखनऊ. अब प्रदेश के शिक्षकों को मनचाहा ट्रांसफर पाने के लिए कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) पास करनी होगा। सरकार शिक्षकों की ट्रांसफर प्रक्रिया में एक नया बदलाव करने जा रही है। इस प्रक्रिया के तहत परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को अब मनचाहे स्कूलों में तैनाती के लिए कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) पास करना होगा। इस परीक्षा के माध्यम से मुख्यमंत्री अभ्युदय एवं कंपोजिट विद्यालयों के लिए सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों का चयन भी किया जाएगा।

राज्य में स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए सरकार यह नई व्यवस्था लागू करने जा रही है। इसके तहत योग्यता के आधार पर शिक्षकों को पदोन्नति दी जाएगी। सरकार का मानना ​​है कि शिक्षकों को योग्यता के आधार पर स्कूल आवंटित करने से शिक्षकों के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और वे बेहतर परिणाम दे सकेंगे। यह परीक्षा सभी जिलों में आयोजित की जाएगी।

स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद के मुताबिक परीक्षा की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसे अगले महीने से ही लागू कर दिया जाएगा। इसकी शुरुआत मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट विद्यालयों से की जाएगी। इसके लिए सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों का चयन करने के लिए यह परीक्षा ली जाएगी। सरकार प्रदेश के सभी जिलों में एक-एक मुख्यमंत्री अभ्युदय विद्यालय खोलने जा रही है।

शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।

प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों के अलावा शिक्षा मित्र और अनुदेशक भी शिक्षण कार्य में मदद करते हैं। ऐसे में परिषदीय विद्यालयों में अच्छा कार्य करने वाले शिक्षकों की प्रतिभा का उपयोग कर शिक्षा के स्तर को और बेहतर बनाने के लिए ठोस इंतजाम किए जा रहे हैं।

हर साल किया जा सकेगा ट्रांसफर

प्रदेश के 24 हजार कंपोजिट स्कूलों में शिक्षकों के चयन के लिए सीबीटी का भी आयोजन किया जाएगा। हर साल इस परीक्षा के माध्यम से मनचाहे तबादले के लिए शिक्षकों का चयन भी किया जाएगा।

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