परिषदीय विद्यालयों में प्रेरणा तकनीकी फेम वर्क के अंतर्गत फेस रिकग्निशन आधारित बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली की व्यवस्था प्रारंभ, देखें आदेश

परिषदीय विद्यालयों में प्रेरणा तकनीकी फेम वर्क के अंतर्गत फेस रिकग्निशन आधारित बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली की व्यवस्था प्रारंभ, देखें आदेश




शासनादेश संख्या 783/68-5-2019 दिनांक 02 सितंबर 2019 के क्रम में प्रेरणा तकनीकि फ्रेमवर्क के अन्तर्गत निम्नलिखित माड्यूल विकसित किये गये थे-

1. गुणवत्ता मॉडयूल - इसके अंतर्गत बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विद्यालयों एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के लर्निंग आउटकम्स के आंकलन एवं लर्निंग आउटकम्स में वृद्धि के साथ-साथ शिक्षकों के प्रशिक्षण एवं शैक्षिक कार्य को सुगम बनाने हेतु प्रेरणा तकनीकी फ्रेमवर्क एप का प्रयोग तथा सहयोगात्मक पर्यवेक्षण की कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है।

2. कायाकल्प मॉडयूल- इसके अन्तर्गत विद्यालय से सम्बन्धित 19 आधारभूत व्यवस्थाओं की मासिक सूचना ऐप के माध्यम से अंकित की जा रही है।

3. प्रेरणा समीक्षा मॉड्यूल- इसके अंतर्गत समस्त निरीक्षणकर्ता अधिकारियों हेतु एक प्रपत्र निर्धारित किया गया है, जिसमें विद्यालय संबंधी विभिन्न बिन्दुओं पर निरीक्षणा आख्या अंकित की जा रही है। विद्यालयों के निरीक्षण हेतु जनपद एवं विकासखण्ड स्तरीय टास्क फोर्स के सदस्यों, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, खण्ड शिक्षा अधिकारी स्तरीय समन्वयक को पृथक-पृथक लॉग-इन भी उपलब्ध कराया गया है।

4. एस०एम०सी० गतिविधियां मॉड्यूल- इसके अंतर्गत विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष को लॉग-इन एवं पासवर्ड उपलब्ध कराये गये हैं। आवश्यकतानुसार उनके द्वारा विद्यालय की विभिन्न गतिविधियों यथा- एस०एम०सी० की नियमित बैठक आदि की सूचना फोटो सहित अंकित की जा रही है।

5. मध्यान्ह भोजन मॉड्यूल- इसके अंतर्गत अध्यापक द्वारा मध्यान्ह भोजन ग्रहण करने वाले बच्चों की संख्या, मध्यान्ह भोजन पर व्यय धनराशि का विवरण अंकित किया जा रहा है।

6. मानव संपदा पोर्टल के साथ इन्टीग्रेशन एन.आई.सी. द्वारा मानव सम्पदा पोर्टल विकसित किया गया है। इसके अंतर्गत प्रेरणा प्रणाली का मानव पोर्टल के साथ इंटीग्रेशन किया गया है ।

7. उपस्थिति मॉड्यूल के अनुसार विद्यालय खोलने तथा बंद होने के समय प्रेरणा ऐप के माध्यम से शिक्षकों द्वारा स्वयं की फोटो अपलोड कर उपस्थित अंकित करने का तथा प्रार्थना सभा एवं मध्यान्ह भोजन के समय छात्र-छात्राओं की ग्रुप फोटो अपलोड कर उपस्थित अंकित करने का प्रावधान है। ऐप संचालन हेतु विद्यालय को कोई डिवाइस न दिये जाने के कारण तद्समय उपस्थिति माड्यूल नहीं लागू किया जा सका।

भारत सरकार द्वारा पी०ए०बी० 2022-23 में स्वीकृत बजट से यूपीडेरको के माध्यम से जेम पोर्टल पर चयनित संस्था द्वारा आपूर्ति के कम में वर्तमान में बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश के अधीन संचालित प्राथमिक विद्यालयों में प्रति विद्यालय 02 टेबलेट वितरण की प्रक्रिया गतिमान है। वितरित टेबलेट में इन्टरनेट तथा कैमरे की सुविधा उपलब्ध है। टेबलेट वितरण प्रक्रिया पूर्ण होने के पश्चात समस्त विद्यालयों में उपस्थिति मॉड्यूल भी लागू किया जाना है। पूर्व में प्रस्तावित प्रेरणा ऐप को नई तकनीक फेस रिकॉग्निशन आधारित बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली से प्रतिस्थापित करते हुए उपस्थिति मॉड्यूल लागू किया जाना प्रस्तावित है। शिक्षकों व छात्र - छात्राओं के सम्बन्ध में फेस रिकॉग्निशन आधारित बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली में शिक्षकों व छात्र-छात्राओं की Data Security, Data Integrity बनाये रखने तथा प्रणाली को Spoofing Prof रखने पर विशेष ध्यान दिया जाना है, जिसके निम्न उल्लेखनीय बिन्दु होने चाहिए :- पूर्व की व्यवस्था में प्रेरणा ऐप के माध्यम से शिक्षकों द्वारा स्वयं की फोटो अपलोड कर उपस्थिति अंकित करने में प्रत्येक बार ली गई फोटो सर्वर पर अपलोड की जानी थी तत्पश्चात् सर्वर पर पूर्व से उपलब्ध फोटो से उसक मिलान कर उपस्थिति का सत्यापन किया जाना था. इस प्रक्रिया में बड़ी मात्रा में डाटा का उपभोग तथा आवागमन होना था।

• विगत 3 वर्षों में तकनीकी के विकास के फलस्वरूप कई प्रकार के बायोमेट्रिक उपस्थिति के माड्यूल (फेस रिकॉग्निशन / आइरिश स्कैन / पाम वेन टेक्नोलॉजी आधारित) प्रचलन में आ चुके हैं। फेस रिकॉग्निशन आधारित बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली उनमें सर्वाधिक प्रचलित है।

• फेस रिकॉग्निशन आधारित बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली के अंतर्गत उपस्थिति अंकित करने में फोटो खीचने (click) की आवश्यकता नहीं होगी।

• पंजीकरण के समय कैमरे के प्रयोग से fly mode में ही (बिना फोटो कैप्चर किये ) व्यक्ति के चेहरे के विभिन्न नोड को कैप्चर करते हुए एक यूनिक इंक्रिप्टेड स्ट्रिंग जनरेट होगा, उपस्थिति अंकित करते समय उन्हीं नोड्स का मिलान करते हुए उपस्थिति सत्यापित होती है ।

• नोड्स को कैप्चर करते हुए एक यूनिक इंक्रिप्टेड स्ट्रिंग जनरेट करने पर अत्यंत न्यून मेमोरी की आवश्यकता होती है। उपस्थिति का सत्यापन लोकल डिवाइस में ही हो जाता है। सत्यापन उपरांत हां/ नहीं का रिस्पान्स सर्वर पर जाता है । अत्यंत न्यून मेमोरी होने से एक ही समय पर अधिकतम यूजर होने पर भी सर्वर के धीमे होने की सम्भावना नहीं रहेगी ।

अतः निर्देशित किया जाता है कि अनुबंधित संस्था के माध्यम से बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश के अधीन संचालित विद्यालयों में उपलब्ध कराये जा रहे टेबलेट के माध्यम से प्रेरणा तकनीकी फ्रेमवर्क के उपस्थिति मॉड्यूल (फेस रिकॉग्निशन आधारित बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली) को प्रथम चरण में जनपद-उन्नाव, सीतापुर, रायबरेली, हरदोई, लखीमपुर व बाराबंकी में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने का कष्ट करें। बेहतर होगा कि फेस रिकॉग्निशन आधारित बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली के विभिन्न तकनीकी आयामों के बारे में प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थानों IIT कानपुर आदि से भी समन्वय करते हुए उक्त प्रणाली का Due Diligence सुनिश्चित करें-

1. प्रणाली में प्रत्येक स्तर पर निपुण भारत मॉनिटरिंग (NBMC) सेल डैशबोर्ड के माध्यम से दैनिक, साप्ताहिक एवं मासिक अनुपस्थित तथा विलम्ब से उपस्थित एवं समय से पूर्व विद्यालय छोड़ने वाले आदि रिपोर्ट उपलब्ध करने की व्यवस्था सुनिश्चित करनी है।

2. उक्त सम्बन्ध में पायलट प्रोजेक्ट (Pilot Project ) को 15 दिन के अनुश्रवण के पश्चात् तकनीकी एवं वित्तीय सुसंगत प्रस्ताव उपलब्ध कराये ।

3. उक्त के सम्बन्ध में सर्वर अपग्रेडेशन, लोड बैलेंसर आदि के सम्बन्ध में भी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कर अवगत कराये ।

4. यह भी सुनिश्चित किया जाना होगा कि उपस्थिति हेतु प्रस्तावित ऐप ऑफलाइन मोड पर काम करें।

5. पत्रांकः गुण०वि० / टाइम एण्ड मोशन / 10242 / 2023-24 दिनांक: 10 नवम्बर, 2023 के द्वारा जारी किये गये निर्देश जिसके अन्तर्गत विद्यालयों के पंजिकाओं को डिजिटाइज किया जाना है मे शिक्षक उपस्थिति पंजिका तथा मिड-डे-मील योजना के तहत बच्चों की उपस्थिति में रजिस्टर के साथ उक्त ऐप द्वारा कैप्चर की गयी उपस्थिति को Integrate करते हुए Auto-populate की व्यवस्था सुनिश्चित करें ।

भवदीय

(विजय किरन आनन्द ) महानिदेशक स्कूल शिक्षा

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