एक दिसंबर से प्रदेश के सभी जनपदों के परिषदीय स्कूलों में टेबलेट के माध्यम से दर्ज होगी ऑनलाइन हाजिरी
एक दिसंबर से प्रदेश के सभी जनपदों के परिषदीय स्कूलों में टेबलेट के माध्यम से दर्ज होगी ऑनलाइन हाजिरी
कल स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने सभी जिलों के बीएसए को जारी निर्देश में स्पष्ट कर दिया है कि परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों और कर्मियों की उपस्थिति के साथ ही प्रयोग होने वाले कई रजिस्टर डिजिटल रूप में प्रयोग किए जाएंगे। 20 नवंबर से लखनऊ, श्रावस्ती, लखीमपुर खीरी समेत सात जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत प्रक्रिया शुरू करने के बाद 01 दिसंबर से सभी जिलों में तकनीक आधारित उपस्थिति दर्ज करने के साथ संचालित 12 रजिस्टरों को डिजिटल कर दिया जाएगा। इनमें कार्मिक उपस्थिति, बच्चों की उपस्थिति, पत्राचार रजिस्टर, आय-व्यय रजिस्टर, चेक निर्गम रजिस्टर, एमडीएम, प्रवेश रजिस्टर, बाल गणना आदि सहित सभी रजिस्टरों को प्रेरणा डिजिटल रजिस्टर के नाम से एक विकसित मॉड्यूल में परिवर्तित किया जाएगा। स्कूलों में जियो फेसिंग होने से स्कूल परिसर में ऑनलाइन अटेंडेंस हो सकेगी। जियो-फेसिंग तकनीक भौगोलिक रूप से आभासी सीमाओं को परिभाषित करती है। इस कारण इसकी सीमा में ही उपस्थिति सहित अन्य विवरण दर्ज किया जा सकेगा। नई व्यवस्था में शिक्षकों को दिन में दो बार उपस्थिति दर्ज करानी होगी। स्कूल कब खुलेगा और कब बंद होगा, इसके लिए समय सीमा भी निर्धारित की गई है। गर्मियों में 1 अप्रैल से 30 सितंबर तक सुबह 7:45 से रात 8 बजे तक और स्कूल बंद होने का समय दोपहर 2.15 से 2.30 बजे तक। वहीं 1 अक्टूबर से 31 मार्च तक सुबह 8:45 से 9 बजे तक स्कूल बंद रहने पर निर्धारित समय सीमा 3:15 से 3:30 बजे के बीतने के बाद उपस्थिति दर्ज नहीं की जायेगी. विभाग के तकनीक आधारित प्रयोग के बाद दावा किया जा रहा है कि शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार हुआ है।