को-लोकेटेड आंगनबाडी केन्द्र के स्कूलों में नामांकित बच्चों के विद्यालय तैयारी हेतु पायलट प्रोजेक्ट संचालन हेतु हितधारकों की प्रतिभागिता के संबंध में

को-लोकेटेड आंगनबाडी केन्द्र के स्कूलों में नामांकित बच्चों के विद्यालय तैयारी हेतु पायलट प्रोजेक्ट संचालन हेतु हितधारकों की प्रतिभागिता  के संबंध में

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में पूर्व प्राथमिक शिक्षा को मूलभूत साक्षरता के आधार स्तम्भ के रूप में चिन्हित किया गया है। मूलभूत साक्षरता हेतु राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में शिक्षा का स्वरूप 5+3+3+4 प्रस्तावित किया गया है। प्रारंभिक 5 वर्षों 3 वर्ष पूर्व प्राथमिक शिक्षा हेतु निर्धारित है। उक्त को ध्यान में रखते हुए शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निपुण भारत मिशन का प्रारंभ जुलाई 2021 से किया गया है। उत्तर प्रदेश को निपुण प्रदेश बनाने का लक्ष्य 2025-26 तक प्राप्त करने की समय सीमा निर्धारित की गयी है । निपुण प्रदेश से पूर्व निपुण जनपद, निपुण विकासखण्ड, निपुण संकुल एवं निपुण विद्यालय के लक्ष्य को प्राप्त किया जाना है । निपुण भारत मिशन में 3 वर्ष पूर्व प्राथमिक कक्षाओं हेतु एवं 2 वर्ष कक्षा 1, 2 हेतु लक्षित किया गया है। उत्तर प्रदेश में निपुण प्रदेश के रूप में बालवाटिका आयुवर्ग 5 से 6 वर्ष एवं कक्षा 1, 2 एवं 3 में नामांकित समस्त बच्चों को मूलभूत साक्षरता के निर्धारित अधिगम लक्ष्यों की सम्प्राप्ति वर्ष 2025-26 तक प्राप्त कराने का लक्ष्य रखा गया है। 

निपुण प्रदेश हेतु निपुण विद्यालय बनाने के लिए आवश्यक है कि प्री-प्राइमरी के आयुवर्ग 5-6 वर्ष के बच्चे निपुण लक्ष्य प्राप्त कर लें एवं विद्यालय में कक्षा 1, 2 एवं 3 के सभी नामांकित बच्चों द्वारा निपुण अधिगम लक्ष्यों की प्राप्ति की जाये।

उपरोक्त को ध्यान में रखते हुए कक्षा -1 में संचालित विद्या प्रवेश के निर्धारित गाइडलाइन्स के अनुसार कक्षा-1 में स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम प्रारंभिक 3 माह हेतु संचालित किया जा रहा है। स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कक्षा-1 में नवप्रवेशित बच्चों को पूर्व प्राथमिक से संबंधित भाषा, आरंभिक अंकीय दक्षता एवं पर्यावरण से संबंधित प्री-कान्सेप्ट से अवगत कराते हुए औपचारिक शिक्षा के लिए तैयार किया जाना है। यदि स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम फेज-1 के रूप में को- लोकेटेड आंगनबाडी केन्द्रों के 5-6 वर्ष के बच्चों हेतु भी चलाया जाये तो यह बच्चे कक्षा - 1 में प्रवेश के समय विद्यालय की औपचारिक शिक्षा से जुडने हेतु मानसिक रूप से तैयार होंगे एवं कक्षा -1 में संचालित स्कूल रेडीनेस फेज-2 के अंतर्गत संचालित कार्यक्रमों / गतिविधियों में सक्रियता के साथ प्रतिभाग कर सकेंगे।

स्कूल रेडीनेस फेज-1 के संचालन हेतु राज्य परियोजना निदेशक महोदय द्वारा जारी विस्तृत दिशा निर्देश एवं उनसे संबंधित ऑनालाइन अभिमुखीकरण निम्नांकित समय सारिणी के अनुसार किया जायेगा, उक्त हेतु पत्र में दिये गये जूम लिंक माध्यम से विद्यालय स्तर पर उपलब्ध टेबलेट / स्मार्ट फोन द्वारा को - लोकेटेड आंगबनबाडी केन्द्र की आंगनबाडी कार्यकत्री संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं नोडल अध्यापक ऑनलाइन मोड पर एक साथ जुडेंगे।

उपरोक्त विषयक जारी राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा, उत्तर प्रदेश का आदेश देखें




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