डी०एल०एड० द्वितीय एवं चतुर्थ सेमेस्टर परीक्षा 2024 की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन हेतु आवश्यक निर्देश जारी

BTC : डी०एल०एड० द्वितीय एवं चतुर्थ सेमेस्टर परीक्षा 2024 की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन हेतु आवश्यक निर्देश जारी




डी0एल0एड0 द्वितीय एवं चतुर्थ सेमेस्टर परीक्षा 2024 की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन हेतु आवश्यक निर्देश।


डी०एल०एड० (बी०टी०सी०) द्वितीय एवं चतुर्थ सेमेस्टर परीक्षा वर्ष 2024, प्रदेश के जनपद / मण्डल मुख्यालयों पर निर्धारित परीक्षा केन्द्रों में दिनांक 08.01.2024 से 13.01.2024 तक सम्पादित करायी गयी है। उक्त परीक्षा के उपरान्त उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य दिनांक 01.02.2024 से प्रारम्भ होकर दिनांक 15.02.2024 तक अनिवार्य रूप से प्रदेश में निर्धारित मूल्यांकन केन्द्रों पर एक साथ सम्पादित कराया जाना है।


उक्त मूल्यांकन कार्य में प्रधानाध्यापक / प्रधानाचार्य / शिक्षक अथवा कर्मचारी जिन्हें उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन केन्द्र से सम्बन्धित डायट प्राचार्य / नियत्रंक द्वारा कोई दायित्व / कार्य सौपा जाएगा, उनकी सेवा का अंग माना जाएगा।


मूल्यांकन की गुणवत्ता एवं शुचिता अक्षुण्ण बनाये रखने के सम्बन्ध में मूल्यांकन हेतु निर्देश निम्नवत् है -


1. मूल्यांकन हेतु उपलब्ध करायी गयी उत्तर पुस्तिकाओं को खोले जाने हेतु प्राचार्य डायट की अध्यक्षता में एक तीन सदस्यी समिति गठित की जायेगी। जिनके द्वारा सील पैकेट खोले जाते समय प्राप्त करायी गयी उत्तर पुस्तिकाओं की सूची से मिलान किया जायेगा। जिसमें भिन्नता पाये जाने की स्थिति में तत्काल उसकी सूचना सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी, उत्तर प्रदेश, प्रयागराज एवं परीक्षा आयोजित कराये गये सम्बन्धित जनपद के प्राचार्य डायट को दी जायेगी। उक्त स्थिति का निराकरण परीक्षा आयोजित कराये गये जनपद के प्राचार्य डायट द्वारा 03 दिवस के भीतर किया जाना अनिवार्य होगा।


2. मूल्यांकन केन्द्र के प्राचार्य डायट द्वारा समस्त परीक्षकों को यह स्पष्ट रूप से निर्देश दिये जाएं कि उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने से पूर्व प्रत्येक उत्तरपुस्तिका पर उपलब्ध पृष्ठों एवं विसगंति की जाँच कर लें, यदि किसी उत्तरपुस्तिका में विसंगति है अथवा एक अनुक्रमांक की दो उत्तर पुस्तिकाएं है तो उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कदापि न करें एवं मूल्यांकन केन्द्र के प्राचार्य डायट के माध्यम से विसगंति पूर्ण उत्तर पुस्तिका की आख्या तत्काल कार्यालय परीक्षा नियामक प्राधिकारी, उत्तर प्रदेश प्रयागराज को उपलब्ध करायें। निर्देशों का पालन सुनिश्चित न किये जाने पर उत्तरदायित्व मूल्यांकन केन्द्र के प्राचार्य एवं परीक्षक दोनो का सामूहिक रूप से होगा।


3. मूल्यांकन केन्द्र पर प्राप्त करायी गयी उत्तर पुस्तिकाओं के सापेक्ष मूल्यांकनोपरान्त परीक्षाफल जारी किये जाने पर यदि उत्तर पुस्तिका गायब होने की शिकायत प्राप्त होती है, सम्बन्धित मूल्यांकन केन्द्र के प्राचार्य डायट/परीक्षा प्रभारी उसके लिए उत्तरदायी होंगे। अतः मूल्याकन केन्द्र द्वारा यह सुनिश्चित कर लिया जाय कि परीक्षा आंयोजित करने वाले जनपद द्वारा उपलब्ध कराये गये उत्तर पुस्तिकाएं के पैकेट एवं प्रमाण पत्र के सापेक्ष समस्त उत्तर पुस्तिकाएं उपलब्ध है।


4. मूल्यांकन केन्द्र के प्राचार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान का उत्तरदायित्व होगा कि उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन पूर्ण शुचिता एवं पारदर्शिता से सी०सी०टी०वी० कैमरे की निगरानी में कराया जायेगा, इसके लिए प्रत्येक कोठार, मूल्यांकन कक्ष प्रशासनिक कक्ष पत्राचार कक्ष को सी०सी०टी०वी कैमरों से कवर किया जाये । मूल्यांकन अवधि की सी०सी०टी०वी० रिकार्डिंग की सी०डी० अपने पास अभिरक्षित रखें।

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