उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों का अगले महीने सेफ्टी ऑडिट होगा, इसके तहत प्राइमरी स्कूलों की 28 बिंदुओं पर जांच की जायेगी।

उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों का अगले महीने सेफ्टी ऑडिट होगा, इसके तहत प्राइमरी स्कूलों की 28 बिंदुओं पर जांच की जायेगी।

लखनऊ, यूपी में प्राइमरी स्कूलों का अगले महीने सेफ्टी ऑडिट होगा। इसका उद्देश्य बच्चों की सुरक्षा की दृष्टि से प्राइमरी स्कूलों में उपलब्ध व्यवस्थाओं का चाक-चौबन्द कराना है। इसके तहत प्राइमरी स्कूलों की 28 बिंदुओं पर जांच की जायेगी। 

सेफ्टी ऑडिट में स्कूल की बाउंड्री, भवन के फाउंडेशन, कॉलम, बीम, स्लैब, फ्लोर, वॉल, दरवाजे, विंडो, सीढ़ियां, टॉयलेट आदि का परीक्षण होगा।

बच्चों की सुरक्षा के संबंध में राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग (एनसीपीसीआर) द्वारा जारी दिशा निर्देशों के आधार पर सुरक्षा ऑडिट करने का निर्णय लिया गया है। गाइडलाइंस में बच्चों की सुरक्षा के नियम बताए गए हैं जिसे हर स्कूल के लिए अनिवार्य कर दिया गया है।

इस आधार पर प्रदेश के सभी परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों का सुरक्षा ऑडिट कराए जाने का निर्णय लिया गया है। कुछ दिन पहले एनसीपीसीआर के निर्देश पर पूर्व में ही  पंजाब, हरियाणा आदि राज्यों में स्कूलों का सेफ्टी ऑडिट कराया जा चुका है, इसलिए एनसीपीसीआर

एडवाइजरी के बाद समग्र शिक्षा के अतिरिक्त राज्य परियोजना निदेशक मधु सूदन हुलगी ने अगले महीने राज्य के प्राथमिक स्कूलों का सुरक्षा ऑडिट कराने के निर्देश जारी किए हैं। जारी निर्देशों में कहा गया है कि बेसिक शिक्षा अधिकारी और खंड शिक्षा अधिकारी की देखरेख में विशेष टीमें स्कूलों की सुरक्षा ऑडिट रिपोर्ट तैयार करेंगी। हर माह कम से कम चौबीस स्कूलों का सुरक्षा ऑडिट ब्लॉक स्तर पर तैयार करना होगा। इसके लिए एक अनुभाग में एक से अधिक टीमें हो सकती हैं। इसके लिए डायट (जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान) की ओर से रूट मैप तैयार किया जाएगा, जिसके आधार पर टीमें स्कूलों का निरीक्षण करेंगी। इसके लिए सभी स्कूलों में सेफ्टी रजिस्टर लगाने का भी निर्देश दिया गया है।

जारी दिशा निर्देशों में यह भी कहा गया है कि ऑडिट से पहले बीएसए और बीईओ अपने क्षेत्र के जर्जर स्कूलों के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई तय समय सीमा के भीतर पूरी कर लें, अन्यथा स्कूल भवन जर्जर पाए जाने पर सीधे तौर पर बीएसए और बीईओ जिम्मेदार होंगे। उधर, बेसिक शिक्षा विभाग ने जर्जर स्कूल भवनों की नीलामी और ध्वस्तीकरण का काम जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही इस काम में आने वाली दिक्कतों को देखते हुए विभाग ने इसकी प्रक्रिया भी आसान कर दी है।

इन बिंदुओं पर ऑडिट किया जाएगा

स्कूल सेफ्टी ऑडिट में 28 बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार की जाएगी. इन सभी बिंदुओं को अलग-अलग भागों में बांटा गया है. भौतिक सुरक्षा अनुभाग के तहत, स्कूल भवन, अग्नि सुरक्षा प्रबंधन, भूकंप प्रबंधन, बाढ़ और तूफान या भूस्खलन प्रबंधन, विद्युत सुरक्षा, निर्माण मैदानों पर सुरक्षा, खेल मैदानों और खेल गतिविधियों के दौरान सुरक्षा, जल सुरक्षा, प्रयोगशाला सुरक्षा, परिवहन प्रबंधनऔर सुरक्षा।परीक्षण किया जाएगा। जबकि भावनात्मक और व्यक्तिगत सुरक्षा के तहत आघात प्रबंधन, विकलांग बच्चों की सुरक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, यौन शोषण से सुरक्षा, सामाजिक और भावनात्मक सुरक्षा और साइबर सुरक्षा के तहत इसकी जांच की जाएगी।


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