परिषदीय स्कूलों में वार्षिक परीक्षाएं 16 मार्च से 21 मार्च तक, अभिभावकों को दिखाना होगा बच्चों की कापियां

परिषदीय स्कूलों में वार्षिक परीक्षाएं 16 मार्च से 21 मार्च तक, अभिभावकों को दिखाना होगा बच्चों की कापियां

उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों का परीक्षा कार्यक्रम घोषित कर दिया गया है। परीक्षाएं 16 मार्च से शुरू होंगी। इस बार परीक्षाओं में नया बदलाव किया गया है।

प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों की वार्षिक परीक्षा का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। कक्षा एक से आठ तक की वार्षिक परीक्षाएं 16 से 21 मार्च के बीच होंगी। पूरी परीक्षा 50 अंकों की होगी। इसके लिए जिला स्तर पर डाइट के माध्यम से पेपर तैयार कराए जाएंगे। पेपर में बहुविकल्पीय, अति लघु उत्तरीय, लघु उत्तरीय और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न होंगे। सरकार ने इसके लिए मॉडल पेपर भी जारी कर दिया है।

सरकार के मुताबिक कक्षा एक की वार्षिक परीक्षा केवल मौखिक होगी। कक्षा दो व तीन में मौखिक व लिखित परीक्षा होगी। इसके अंक 50-50 फीसदी होंगे। कक्षा चार-पांच में मौखिक और लिखित परीक्षा होगी। इसके अंक 30-70 फीसदी होंगे। कक्षा छह से आठ तक की परीक्षा केवल लिखित होगी। इसमें पूरे अंक केवल लिखित परीक्षा के दिए जाएंगे। खंड शिक्षा अधिकारी 14 मार्च तक प्रश्न पत्र विद्यालयों को उपलब्ध करा देंगे।

बेसिक शिक्षा परिषद सचिव प्रताप सिंह बघेल ने सभी बीएसए को निर्देश दिया है कि लिखित परीक्षा ढाई घंटे की होगी। मौखिक परीक्षा की अवधि आवश्यकतानुसार प्रधानाध्यापक द्वारा तय की जायेगी। कक्षा सात तक की वार्षिक परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन स्कूल के शिक्षक ही करेंगे। कक्षा 8 की कॉपियों का मूल्यांकन विकासखंड स्तर पर अन्य संकुल के शिक्षकों द्वारा किया जाएगा।

परीक्षा के साथ ही मूल्यांकन कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा और परीक्षा परिणाम 31 मार्च को जारी कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा है कि कक्षा एक से आठ तक के किसी भी छात्र को फेल नहीं किया जायेगा। वार्षिक परीक्षा परिणाम जारी करने के समय छात्र-अभिभावक बैठक आयोजित की जाएगी। इसमें उन्हें मूल्यांकित कॉपियां दिखाई जाएंगी और इसके बाद उन्हें रिपोर्ट कार्ड दिया जाएगा। निष्पक्ष वार्षिक परीक्षा के लिए प्रिंसिपल, बीईओ और बीएसए जिम्मेदार होंगे।

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