आयकर विभाग का हाईटेक सॉफ्टवेयर स्वयं जुटा रहा है अलग अलग स्रोतों से होने वाली आय का विवरण,

लखनऊ, आयकर विभाग का हाईटेक सॉफ्टवेयर करदाताओं द्वारा फाइल किए गए रिटर्न और उनके द्वारा निवेश या आय के अलग अलग स्रोतों से होने वाली कमाई की जानकारी खुद-ब-खुद जुटा रहा है। प्राप्त जानकारी के आधार पर आयकर विभाग के इस हाईटेक सॉफ्टवेयर ने बड़ी संख्या में मिसमैच के मामले पकड़े हैं, जिसे टैक्सपेयर स्वयं ही चेक भी कर सकते हैं। आयकर विभाग में ई-वेरीफिकेशन टैब के जरिए मिसमैच को चेक करने की सुविधा दी गई है। 

आयकर विभाग का हाईटेक सॉफ्टवेयर स्वयं जुटा रहा है अलग अलग स्रोतों से होने वाली आय का विवरण,

अभी तक करीब 9800 मामलों में विभाग को संतोषजनक उत्तर नहीं मिला है, सभी को नोटिस भेजा जा रहा है।

सीनियर टैक्स एडवाइजर एसके गुप्ता के अनुसार जिन करदाताओं की सूचनाएं आयकर विभाग के डाटा से भिन्न मेल खा रही हैं, उन्हें एसएमएस और ईमेल भेजे जा रहे हैं। आयकर विभाग ने सभी को सत्यापन के लिए मौका देते हुए आय और व्यय में होने वाले मिसमैच के बारे पूछा है कि यह सही है अथवा नहीं। जो करदाता प्रमाण देंगे, उन्हें छोड़ दिया जाएगा। लेकिन जवाब न देने वाले करदाताओं को नोटिस दिया जा रहा है। इनकी संख्या लखनऊ, कानपुर, आगरा, मेरठ, प्रयागराज, नोएडा, गाजियाबाद, अयोध्या में सबसे ज्यादा है। जिन्होंने कमाई से ज्यादा खर्च और निवेश किया है और आयकर विभाग की नोटिस का जवाब भी नहीं दिया है। ऐसे करदाताओं के खिलाफ कार्यवाही की तैयारी की जा रही है।


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