पेपर लीक मामले के बीच पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा को सकुशल और शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए अफसरों ने पूरी ताकत झोंकी

पेपर लीक मामले के बीच पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा को सकुशल और शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए अफसरों ने पूरी ताकत झोंकी

RO/ARO 2023 की प्रारंभिक परीक्षा में Paper Leak को लेकर मचे बवाल के बीच UPPSC के लिए सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) 2024 की प्रारंभिक परीक्षा 17 मार्च को कराना चुनौतीपूर्ण होगा। पीसीएस 2020 के 220 पदों के लिए 5,74,538 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है।

पेपर लीक मामले के बीच पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा को सकुशल और शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए अफसरों ने पूरी ताकत झोंकी

इसकी प्रारंभिक परीक्षा के लिए 51 जिलों में केंद्र बनाये गये हैं। 11 फरवरी को 58 जिलों में हुई आरओ/एआरओ की प्रारंभिक परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले 1.11 लाख अभ्यर्थियों में से करीब 6.5 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। पेपर लीक के आरोपों के बाद आयोग ने 12 फरवरी को जांच शुरू की थी।

इसे लेकर पिछले तीन हफ्ते से हंगामा मचा हुआ है। ऐसे में आयोग की सबसे प्रतिष्ठित पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा को सकुशल और शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए अफसरों ने पूरी ताकत झोंक दी है। हालांकि, अगर परीक्षा से पहले लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होती है तो परीक्षा टलने की भी संभावना जताई जा रही है।

आरओ/एआरओ को रद्द करने का मुद्दा उठाया

प्रयागराज. आरओ/एआरओ परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर शुक्रवार को भी प्रतियोगी छात्र पत्थर गिरजाघर स्थित धरना स्थल पर डटे रहे। छात्र हाथों में तख्तियां लेकर दोबारा परीक्षा कराने की मांग कर रहे थे। इसके अलावा युवा मंच की ओर से चल रहे धरने के 81वें दिन आयोजित युवा पंचायत में शिक्षा आयोग का गठन करने और आरओ/एआरओ के पेपर रद्द कर दोबारा परीक्षा कराने जैसे मुद्दों के समाधान की मांग भी उठाई गई। पंचायत को राजेश सचान, प्रधान अनिल सिंह, एसके पांडे आदि ने संबोधित किया।

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