डीएम के आदेश पर बंद किया निपुण भारत का कंट्रोल रूम, बिना आदेश खोला था केंद्र

डीएम के आदेश पर बंद किया निपुण भारत का कंट्रोल रूम, बिना आदेश खोला था केंद्र

जागरण संवाददाता, गाजीपुर जनपद में बिना किसी शासनादेश भी के संचालित निपुण भारत मिशन का कंट्रोल रूम से धनउगाही की शिकायत के बाद डीएम के निर्देश पर आनन-फानन में बंद कर दिया गया। कंट्रोल रूम से सुबह नौ बजे से तीन बजे के बीच शिक्षकों को फोन किया जाता था। अगर शिक्षक कक्षा में पढ़ाने के दौरान फोन नहीं उठा पाता था तो उसका उस दिन का वेतन रोक दिया जाता था। हैरानी की बात यह है कि इस कंट्रोल रूम में दो बाबू व चार शिक्षक लगाए गए थे। वही शिक्षक दूसरे शिक्षकों को फोन करते थे, जो खुद स्कूल नहीं आते हैं।

गाजीपुर में अक्टूबर 2023 में बीएसए कार्यालय महुआबाग में निपुण भारत मिशन का कंट्रोल रूम बनाया गया था। पहले इसका प्रभारी बीईओ सावन दुबे को बनाया गया। बाद में उनका स्थानांतरण होने के बाद बाबू शाहिद परवेज व शमीम हासमी के अलावा शिक्षकों को इसकी जिम्मेदारी दी गई। दो फोन नंबर से शिक्षकों को सुबह में नौ बजे से फोन शुरू हो जाता था और स्कूल बंद होने तक 2.57 बजे तक काल की जाती थी। यदि कोई शिक्षक किसी कारण से फोन नहीं उठा पाया तो उस दिन उसे अनुपस्थित दिखाकर नोटिस जारी किया जाता था। शाम तक अगर शिक्षक ने कंट्रोल रूम पहुंचकर चढ़ावा नहीं चढ़ाया तो उसे नोटिस जारी किया जाता था। 1055 फोन काल दर्शाई गई है, जबकि कई हजार काल हुई है।एक-एक दिन में एक सौ से कम काल किसी दिन नहीं हुई है। भले ही आकंड़ा कम दर्शाया गया है। इसमें मात्र 65 को नोटिस और 45 का वेतन रोका गया है।

  • बीएसए कार्यालय, जहां से संचालित हो रहा था कंट्रोल रूम
  • 3 अक्तूबर से अब तक संचालित केंद्र से 1057 काल किए, 62 को नोटिस 
  • शिक्षण अवधि में फोन न उठाने वाले को अनुपस्थित कर होती थी उगाही

सोमवार को डीएम आर्यका अखौरी के संज्ञान में आने के बाद इस कंट्रोल रूम को एक मार्च को बंद करने का आदेश बीएसए हेमंत राव ने जारी किया।

इस कंट्रोल रूम के बनाने का मकसद निपुण के बारे में शिक्षकों को जानकारी देना था। परीक्षा ड्यूटी को देखते हुए इसे बंद किया गया है। - हेमंत राव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी

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