Alert! दुनिया की आधी आबादी पर डेंगू का खतरा, भारत में हर दिन छः सौ डेंगू के नए मामले

जिनेवा, एजेंसी। भारत समेत दुनिया के कई देशों में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि वैश्विक स्तर पर 3.9 अरब लोगों को डेंगू वायरस से खतरा है। इसका मतलब है कि दुनिया की आधी आबादी इससे प्रभावित हो सकती है। यह संक्रमण गंभीर से अति गंभीर होता जा रहा है।

Alert! दुनिया की आधी आबादी पर डेंगू का खतरा, भारत में हर दिन छः सौ डेंगू के नए मामले।

डेंगू महामारी फैलने के बढ़ते खतरे के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कई कारकों को जिम्मेदार बताया है। इसका सबसे बड़ा कारण एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस मच्छरों का बदला हुआ रूप है। एंटीबायोटिक दवाओं के अत्यधिक सेवन के कारण मच्छरों ने भी दवाओं को अपना लिया है, जिससे मामलों की संख्या बढ़ रही है। यह मच्छर साफ पानी में पनपता है। वहीं, पिछले साल अल नीनो घटना और जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ते तापमान और अत्यधिक वर्षा के कारण इन मच्छरों की संख्या बढ़ रही है। इसके अलावा कोविड महामारी आने के बाद लोगों का इम्यून सिस्टम भी कमजोर हो गया है।

पिछले साल डेंगू  के 65 लाख से ज्यादा मामले

रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल डेंगू से 7300 से ज्यादा मौतें हुईं और 65 लाख से ज्यादा मामले सामने आए। मौतों और मामलों की यह संख्या उन 80 देशों से है जिन्हें संगठन ने सबसे अधिक प्रभावित देश घोषित किया है। हालाँकि, डेंगू के प्रकोप ने अफ्रीका, अमेरिका, दक्षिण-पूर्व एशिया सहित 100 से अधिक देशों को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। डेंगू अब यूरोप, पूर्वी भूमध्य सागर और अमेरिका के नए इलाकों में फैल रहा है।

डेंगू के लक्षण 

इनमें तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, उल्टी, ग्रंथियों में सूजन, बेचैनी और अत्यधिक प्यास आदि शामिल हैं। गंभीर मामलों में मृत्यु का खतरा होता है। डेंगू का कोई विशेष उपचार नहीं है।

यह एक वायरल जनित रोग है

यह एक वायरल संक्रमण है जो संक्रमित मच्छरों के काटने से मनुष्यों में फैलता है। यह उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय जलवायु में पाए जाते हैं, यानी वे शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में निवास करते हैं।

भारत में हर दिन डेंगू के छः सौ नए मामले

पिछले साल स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में एक साल में हर दिन औसतन 600 से ज्यादा डेंगू के मामले सामने आते थे। देश के सभी राज्यों में कुल मामलों की संख्या करीब 2.5 लाख थी. 1996 में पहली बार बड़े प्रकोप के बाद से भारत में डेंगू का प्रसार 1312 प्रतिशत बढ़ गया है।

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