Online Gaming से स्वयं बचें और बच्चों को भी बचाएं, देखें ये वीडियो आपका दिमाग हिला देगा।

Online Gaming से स्वयं बचें और बच्चों को भी बचाएं, देखें ये वीडियो आपका दिमाग हिला देगा।

आजकल एक स्कैम चल रहा है ऑनलाइन गेमिंग और ट्रेडिंग का, जिसमें वादा किया जाता है कि आप आसानी से पैसा कमा सकते है। इस तरह का का प्रलोभन देकर आपसे एक एप डाउनलोड कराया जाता है और ट्रिक के नाम पर लालच देकर बाद में फंसाया जाता है। 

Online Gaming & Trading

आजकल बच्चों के हाथ में मोबाइल फोन एक आम बात हो गई है। इन मोबाइलों को उनके हाथ से छीनने की लाख कोशिशें की जाएं लेकिन कोई फायदा नहीं होता। इसमें ऑनलाइन गेमिंग की लत ने उनका पढ़ाई, खाना, सोना और जागने का पूरा शेड्यूल खराब कर दिया है।यही नहीं इस तरह के ऑनलाइन गेमिंग के चक्कर में बच्चे अपनी फीस, स्कालरशिप आदि के पैसे गवां रहे है। जिसका दुष्परिणाम यह हो रहा है की या तो बच्चे डिप्रेशन के शिकार हो रहे हैं या फिर फांसी तक लगा ले रहे हैं। 

जैसा कि हम सभी अच्छे से जानते हैं कि किसी भी चीज के इस्तेमाल की एक सीमा होती है, जिसे पार करने पर वह हानिकारक साबित होने लगती है। इसी तरह बच्चों में ऑनलाइन गेमिंग की बढ़ती आदत उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर डाल रही है। आज के समय में ऐसी स्थितियाँ हर माता-पिता के लिए बड़ा सिरदर्द बनती जा रही हैं। स्मार्टफोन के प्रति बच्चों का ये प्यार किसी एक घर की कहानी नहीं है। इन गेम्स का क्रेज इतना हावी है कि पढ़ने या कुछ रचनात्मक सीखने की उम्र में बच्चे अपना ज्यादातर समय गेम खेलने में बिताते हैं। अगर आप भी उनकी इस आदत को छुड़वाने की बहुत कोशिश करके थक चुके हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। सर जी की पाठशाला में आज हम आपको कुछ बातें बताएंगे जिन्हें फॉलो करके आप भी अपने बच्चे के ऑनलाइन गेमिंग को कंट्रोल में ला सकते हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में

बच्चे के शेड्यूल का ध्यान रखना सुनिश्चित करें

माता-पिता दोनों को अपने बच्चे के शेड्यूल के बारे में पता होना चाहिए। कई बार माता-पिता को पता ही नहीं चलता कि उनके बच्चे दिन भर उनके कमरे में क्या कर रहे हैं। आपको उनकी गतिविधियों पर थोड़ा ध्यान देने की जरूरत है। यह भी समझें कि आप उन्हें एक ही दिन में इस आदत से छुटकारा नहीं दिला सकते हैं, लेकिन अगर आप हर दिन थोड़ी कोशिश करें और उनके साथ बैठें और उन्हें कुछ नया सिखाएं, तो आप इस गेमिंग लत को बड़ा होने से पहले ही रोक सकते हैं। हैं।

अगर बच्चा ऑनलाइन गेमिंग का एडिक्ट हो रहा है तो उससे बात जरूर करें

अक्सर, जब माता-पिता अपने बच्चों को डांटते हैं या उनके गेमिंग पर गुस्सा दिखाते हैं, तो वे और अधिक जिद्दी हो जाते हैं। कई बार वे इसे छुपकर खेलने लगते हैं या फिर विरोध में सामने आ जाते हैं. अगर आपका बच्चा भी इस तरह की प्रतिक्रिया देने लगा है, तो उसे डांटने की बजाय उसके साथ बैठें, उससे बात करें और जानने की कोशिश करें कि वह इन खेलों को कैसे खेलता है और उसे इसमें क्या पसंद है। ध्यान रखें कि बच्चा जब आपसे सीधे दोस्त की तरह जुड़ेगा तभी आपकी बात मानेगा।

कृपया ऐप की एज रेटिंग जरूर जांचें

Google Play Store पर उन खेलों की एज रेटिंग भी जांचें जिन्हें आपका बच्चा बड़े चाव से खेलता है। यदि यह आपके बच्चे की उम्र से मेल नहीं खाता है, तो उसे समझाने और अंतर से अवगत कराने का प्रयास करें, लेकिन सुनिश्चित करें कि आपका लहजा नरम रहे। आप उन्हें इंटरनेट पर उपलब्ध कुछ तथ्य दिखाकर ऑनलाइन गेम खेलने के नुकसान भी समझा सकते हैं, इससे उन्हें आपकी बातों को गंभीरता से लेने में मदद मिल सकती है।

हिंसक खेल बिल्कुल न खेलने दें 

बच्चों को विशेष रूप से हिंसक या लड़ाई वाले खेल खेलने से दूर रखें। इनका उनके दिमाग पर गहरा प्रभाव पड़ता है। इनका असर इतना खतरनाक होता है कि बच्चों को असल में बंदूक या चाकू चलाने का मन करने लगता है और मौका मिलने पर वे कोई भी बुरी घटना को अंजाम दे सकते हैं. इन्हें खेलने से उन्हें गुस्सा आ सकता है, जहां वे आभासी और वास्तविक जीवन के बीच अंतर भूल जाते हैं।

खुद पर भी ध्यान देने की जरूरत 

अगर एक तरफ आप उन्हें ऑनलाइन गेम और मोबाइल फोन से दूर रहने के लिए कह रहे हैं और दूसरी तरफ आप दिन भर अपने मोबाइल फोन से चिपके रहते हैं तो इससे आपके बच्चे पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और वह आपकी बातों को समझ नहीं पाएगा। . ऐसे में ध्यान रखें कि आप खुद भी उसके सामने इन गैजेट्स से कुछ दूरी बनाकर रखें.

सर जी की पाठशाला आप सभी पाठकों से आग्रह करता है आप सभी बच्चों को ऑनलाइन गेमिंग के दुष्प्रभावों के बारे में बच्चों को जरूर बताएं। कक्षा 6 से लेकर इंटर तक की कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चों को ऑनलाइन गेमिंग से दूर रहने का सबक जरूर दें। धन्यवाद 🙏

वीडियो देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें

https://youtu.be/0KrkO-TMg2E

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